छठ के दौरान सूर्य की पूजा की जाती है। सूर्य को प्रत्यक्ष देवता माना जाता है। कहतें है यहां मनुष्य और ईश्वर के बीच संवाद प्रत्यक्ष रूप में होता है किसी मध्यस्थ की आवश्यकता नहीं होती है। छठ के दौरान सूर्य को अर्घ्य देते हुए व्रती स्वयं मंत्रों का जाप करते हैं। इस पर्व की एक ख़ास बात यह भी है कि इस पर्व में अस्ताचलगामी यानी डूबते सूर्य को भी अर्घ्य दिया जाता है