जैसे कि सबको ज्ञात है कि पाकिस्तान सुर्ख़ियों में शामिल रहता है, वहां की आवाम अपनी सरकार से त्रस्त रहती है। ना जाने ऐसी क्या कमियां है उनके सिस्टम में कि वहां की जनता को वहां सांस लेने में या बोल सकते हैं जीने में परेशानियों का सामना करना पर रहा है। आइए जानते हैं ऐसी क्या मजबूरी है जो लोगों का जीना दुश्वार कर रही है।
पाकिस्तान जो हमेशा से भारत को दुश्मन देश समझता है आज वह कर्ज में डूबने की कगार मैं है वहां से इनका उभर पाना आज के समय में मुश्किल प्रतीत हो रहा है। वहां की जनता अब पाई-पाई को मोहताज है लोग गरीबी की रेखा से नीचे की रेखा को लांग रहे हैं। दूसरी तरफ, दामों ने घर खाली छोड़ रखा है यानी महंगाई काबू मैं नहीं है। लोग की यह हालत है कि उन्हें आपस में ही आटा, दाल और चावल तक मांगना पढ़ रहा है। एक वक्त का खाना भी नसीब नहीं हो रहा है।
वहां की सरकार ने 2021 में इंडियन मोनेटरी फंड से लोन उठाया था। जो आज भी चुकाया जा रहा है। पहले का कर्ज़ उतारने के लिए पाकिस्तान एक बार फिर कर्ज मांग रहा है, आई एफ एम से।
वहां की सरकार ने अपना कर्ज उतारने के लिए अनाज के दामों में इजाफ़ा कर दिया है। अनाज का बंदोबस्त तो वहां की राजनीतिक पार्टियों ने करवा दिया है परन्तु, मिलता कुछ को ही है। जिस कारण लोगों को अनाज देने वाली गाड़ियों के पीछे लगे रहना पड़ता है ताकि एक वक़्त का खाना मिल सके। आटे के दामों में सबके मुताबिक ज्यादा बढ़ोतरी देखने को मिली, जिसकी वजह से लोग रोटी तक नहीं खा सकते। 20 kg आटा 2800 में दिया जा रहा है। बलूचिस्तान तो नहीं, पर लाहौर और कराची के हालत कुछ ऐसे ही हैं। वहां की जनता इसकी गवाह है।
पाकिस्तान, अड़ोस-पड़ोस और अपने मित्र देशों से भी लोन लेने की आशा कर रहा है। उसने सऊदी अरब के, शेख़ मोहम्मद बिन सलमान से भी विदेशी मुद्रा ऐसा लोन की बात करी थी। कुछ देश जिनसे वो आश लगाए बैठा है उसमे चीन, सऊदी अरब और UAE के नाम शामिल हैं। वहां के कई शहरों में लोग मरने की धमकियाँ दे रहे हैं और कुछ शहरों में तो धरनें में उतरने के भी प्रबंध हैं।