रंगो का पर्व, होली हमारे काफी नज़दीक है। सभी को पता ही है, की हम होली से एक दिन पहले, होलिका दहन मानाते हैं। हम लोग, जिन चीज़ों का दहन करते हैं, क्या अपने कभी सोचा है हम ऐसा क्यों करते हैं, किस कारण हम इन सब चीज़ें दहन करते हैं, इसके लाभ या नुकसान क्या है?
आइये आज जानते हैं इन सब चीज़ों के दहन के बारे में, इनके फायदे के बारे में।
होली त्यौहार, का सभी को बे-सब्री से इंतज़ार रहता है। मान्यता है कि होलिका की अग्नि में कुछ विशेष चीजों को डालने से नकारात्मकता दूर होती है और इसी वज़ह से होलिका दहन के लिए हम लोगों के घरों में बहुत से इंतज़ाम किये जाते हैं जैसे गोबर के उपले बनाना, गेंहू की बालियां, गन्ना आदि सभी चीज़ों का दहन किया जाता है।
होलिका दहन में, अग्नि के चारों तरफ फेरे लेते हुए पूजा की जाती है। इस अग्नि में सभी नकारात्मक चीज़ें जलकर भस्म हो जाती है, यह हमारे धर्म ग्रंथों में स्पष्ट है।
हमारे पुरखों का मन्ना है कि किसी भी शुभ काम में हल्दी का इस्तेमाल जरूर करना चाहिए है। इसी वजह से शादी जैसे शुभ काम में भी दुल्हन और दूल्हे को हल्दी में उबटन का लेप ही लगाया जाता है। उबटन में इस्तेमाल हल्दी, घर में सुख और शरीर में तंदरुस्ती बनाए रखने में कारगर होती है, इसलिए होली के त्योहार में भी घर में खुशहाली लाने के लिए उबटन को शरीर में लगाकर, शरीर से निकली गन्दगी को दहन कर देते हैं, ताकि बुरी बलायें घर के और शरीर के आस-पास तक न दिखाई दें।
ज्योतिषियों का कहना है की, होलिका दहन के दौरान एक मिट्टी का कलश लें, इसमें 11 मिर्च के बीज डालें और फिर इस कलश को पवित्र अग्नि में रख दें, इतना करने के बाद, भगवान श्री हरि का ध्यान करें। ऐसा करने से घर में सकारात्मक ऊर्जा फैलती है और सुख-समृद्धि बनी रहती है।
मान्यता यह भी है की, अग्नि में तिल के दाने डालकर परिक्रमा करने से सभी रोगों से मुक्त हुआ जा सकता है। इस दौरान अग्नि के चारों तरफ फेरे लेते हुए अच्छे स्वास्थ्य की कामना की जाती है।
कहा जाता है कि अगर आपके दाम्पत्य जीवन में किसी भी तरह की कोई भी परेशानी हैं, तो होलिका की अग्नि में हवन सामग्री के साथ काली सरसों के दाने अर्पित करते हुऐ सुखमय वैवाहिक जीवन की प्रार्थना करना चाहिए।
आपको रोजगार की परेशानी से छुटकारा मिल सकता है, यदि आप होलिका की अग्नि में पीले सरसों के दाने डालें इसके अलावा व्यापार भी बढ़ोत्तरी हो सकती है।