"Hindenberg Research" नाम की न्यूयोर्क फर्म ने 24 जनवरी को इंडिया के तीसरे नंबर पर आने वाले कारोबारी गौतम अडानी की कंपनी "Adani Groups" पर आरोप लगाए है। उन्होंने अपनी रिपोर्ट 'Adani Group: How The World’s 3rd Richest Man Is Pulling The Largest Con In Corporate History' में दवा किया है की अडानी ग्रुप अपने हिसाब-किताब और शेयर्स को लेकर घपले करता है।
Hindenburg Firm, 2017 में स्थापित की गयी थी। यह एक निवेश अनुसंधान (Investement Research) फिम है। इसका काम कंपनियों की Firm Equity , क्रेडिट और Derivatives पर एनालिसिस रिपोर्ट निकालना है। Nathan Anderson इसके Chartered Financial Analyst (CFA) हैं। कंपनी खुद को खुलेआम एक्टिविस्ट शॉर्ट सेलर बताती है।
शॉर्ट सेलिंग का मतलब है की, किसी स्टॉक, सिक्योरिटी या कमोडिटी की सेलिंग को निशाने पर रखना, ताकि ख़रीदी के पहले ही उसकी कीमत गिर जाए और उसे कम कीमत पर खरीदा जा सके। यानी कि कंपनी खुलेआम कंपनयों को टारगेट करके उसकी गड़बड़ियां निकालती है, फिर उसके शेयर खरीद कर वापस अच्छी कीमतों में बेचती है और प्रॉफिट कमाती है।
अडानी ग्रुप के खिलाफ रिपोर्ट में भी Hindenburg Firm ने बोला है कि इस रिपोर्ट के बाद ग्रुप के शेयर 85% तक गिर सकते हैं। और वैसा ही हुआ, रिपोर्ट आने के दो दिनों के अंदर ही Adani Groups के शेयर 25% तक गिर चुके हैं। और भी कई कंपनियों के शेयर्स इस फर्म की रिपोर्ट्स के कारण गिर चुके हैं।
पर अब यह ही इस फर्म का उद्देश्य भी बन चूका है।
Hindenburg Firm के खिलाफ US डिपार्टमेंट ऑफ जस्टिस जांच कर रहा है कि यह फर्म हेज फंड्स के साथ मिलकर शॉर्ट सेलिंग के धंधे में शामिल है। हालांकि, गौतमी अडानी ने इनकी रिपोर्ट को मानने से इंकार किया है। उनका कहना है की कंपनी फालतू के तथ्य ला रही है।