मोनालिसा पेंटिंग मशहूर होने के साथ-साथ रहस्यों से भी जुड़ी हुई है। इस पेंटिंग में जिसकी तस्वीर में एक महिला को आप देख रहे है उसको लेकर अलग-अलग दावे किए जाते हैं। ऐसा कहा जाता है कि जब मोनालिसा गर्भवती थी तब इस तस्वीर को बनाया गया था। ऐसा कहा जाता है कि इस तस्वीर में फ्लोरेंस के एक व्यापारी फ्रांसिस्को डेल जियोकांडो की पत्नी है, जबकि दूसरा दावा इसके ठीक विपरीत है, कि इस तस्वीर में कोई और नहीं बल्कि खुद महान चित्रकार लियोनार्दो द विंची ही हैं, जबकि इस तस्वीर में उन्होंने खुद को एक महिला के तौर पर दिखाया है।
इस नामी, मोनालिसा पेंटिंग को अलग-अलग एंगल से देखने पर इसकी भंगिमाएं बदल रहती हैं। इस तस्वीर कि मुस्कुराहट में एक गहरा रहस्य है शुरू में इस तस्वीर को देखने पर मुस्कुराती दिखाई देती है। पर थोड़ा गौर से देखने पर इसकी मुस्कान फीकी हो जाती है और उसके बाद में देखने पर चेहरे से मुस्कान पूरी तरह गायब हो जाती है।
यह पेंटिंग अपने आप में ही एक आद्भु और कलात्मक अजूबा है। क्योंकि मोनालिसा पेंटिंग बनाने में 14 साल लगे थे जिसमें से अकेले इसके तस्वीर के होठ बनाने में लियोनार्दो द विंची को 12 साल लग गए थे। तीस से अधिक लेयर्स में बनी इस पेंटिंग को बनाने में लकड़ी के कोयले तक का इस्तेमाल किया गया है।
एक महान चित्रकार लियोनार्दो द विंची ने मोनालिसा पेंटिंग को बनाया था। 16वीं शताब्दी में यह तस्वीर बनकर तैयार हुई। हालांकि इस महान चित्रकार की मृत्यु के बाद भी इसका कुछ काम अधूरा रहे गया था, जिसे उनके सहयोगियों ने पूरा किया। वैसे तो इस पेंटिग का नाम मोना लीज़ा है लेकिन इस का उच्चारण बिगड़कर अब मोनालिसा हो गई है।
दुनिया में आज मोनालिसा पेंटिंग की कीमत लगभग 67 सौ करोड़ से भी अधिक है। लेकिन यह पेंटिंग 500 साल पुरानी हो चुकी है, तो भी इससे जुडे़ कई रहस्य हैं जो अनसुलझे है। इस तस्वीर की यही रहस्य इसकी खासियत भी हैं। वर्तमान में मोनालिसा पेंटिंग पेरिस के मुसी डू लौवर म्यूजियम में रखी हुई है।