पाकिस्तान की बदहाली की दास्ताँ भारत क्या, पूरा विश्व देख ही रहा है। पाकिस्तान में आज, ऐसी भुखमरी है की लोगों को लज़ीज़ तो छोड़ो, सादा खाना भी नसीब नहीं है। आटा 250 रूपए किलो हो गया है, यही नहीं सब्ज़ियाँ, फ़ल, राशन आदि की कीमतें भी आम लोगों की खरीदने की क्षमता से बाहर हो गयी हैं। पाकिस्तान क़र्ज़ के दवाब में दब रहा है, वर्षों पहले भी IMF (International Monetary Fund) से वहां की सरकार भारी मात्रा में कर्जा ले चुकी है और अभी भी चूका नहीं पायी है।
पाकिस्तान के वज़ीर-ऐ-आलम शहबाज़ शरीफ ने कुछ दिनों पहले ही, शहबाज़ शरीफ ने दुबई के एक चैनल Al- Arabiya के ज़रिये भरत के PM से हाँथ मिलाने की गुहार लगाई थी। पाकिस्तान ने अपनी गलती मंज़ूर कर, अपनी गरीबी के चलते भारत से प्रेम के सम्बन्ध बनाने का सन्देश मीडिया के द्वारा दिया था। इस कथ्य पर, भारतीयों ने गुस्सा दिखाया था और कहा की ये इनका फिर से धोखा देने का कोई तरीका होगा।
डॉ. कृष्ण गोपाल RSS संघ के सरकार्यवाह, फिल्म प्रोड्यूसर इकबाल दुर्रानी के दिल्ली में हो रहे कार्यक्रम में बोल रहे थे। इस मौके पर संघ के वरिष्ठ प्रचारक इंद्रेश कुमार भी मौजूद थे। उन्होंने भारत के लोगों और बीजेपी सरकार से पाकिस्तान के मुश्किल समय में अच्छा व्यावहार निभाने की कामना की है। उन्होंने कहा "पाकिस्तान को राशन में विशेष सामग्री जैसे आटा भिजवा सकते हैं, उन्हें 10-20 टन गेहूं भेज सकते हैं लेकिन, वो मांगता ही नहीं। हमारा देश सर्वे भवन्तु सुखिन: में भरोसा करने वाला देश हैं।"
उनका कहना है की, पाकिस्तान 70 वर्ष पहले हमारे साथ ही था, हमारा भाई है। पाकिस्तान ने मदद नहीं मांगी तो क्याम हमे पडोसी होने के नाते उसकी सहायता करनी ही चाहिए ताकि वहां का एक कुत्ता भी भूखा न सोए। उन्होंने कहा, 'पाकिस्तान हमसे लड़ता रहा है। भारत से 4 युद्ध लड़ चुका है। हमला पाकिस्तान ही करता है। वो दिन-रात हमें अपमानित करते हैं फिर भी, हम चाहते हैं कि वो सुखी हों।'